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2 weeks ago |
eschoolnews.com | Aditya Prakash
TwitterFacebookLinkedInEmailPrintKey points:AI augments a teacher’s ability to reach each student more effectivelyCrafting technology-driven IEPsIn Wyoming, enhancing AI-human collaboration in IEP developmentFor more news on neurodiverse learners, visit eSN’s Innovative Teaching hubA traditional classroom is like a symphony, where every student is handed the same sheet music and expected to play in perfect unison.
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2 months ago |
dnaindia.com | Aditya Prakash
दुनिया में नास्तिकों की संख्या पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ी है. आस्तीक लोग जहां ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वहीं नास्तिक लोग किसी भी देवी-देवता पर यकीन नहीं करते हैं. भारत के 2011 की जनगणना के अनुसार महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा नास्तिक रहते हैं. महाराष्ट्र में नास्तिकों की संख्या 9,652 है. इसके बाद मेघालय में 9,089 नास्तिक रहते हैं. तीसरे स्थान पर है केरल, जहां 4,896 नास्तिक मौजूद हैं. 2011 के आंकड़ें के मुताबिक भारत की 1.2 अरब की आबादी में से केवल 33,000 लोग नास्तिक हैं. Click To More..
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2 months ago |
dnaindia.com | Aditya Prakash
बलूचिस्तान में इस समय पाकिस्तान से अलग होने की लड़ाई चल रही है. पाकिस्तान का हिस्सा बनने से पहले बलूचिस्तान का बड़ा इलाका स्वायत हुआ करता था. बलूचिस्तान आज मूल रूप से तीन देशों से बंटा हुआ है. इसका एक इलाका ईरान में, दूसरा इलाका अफगानिसतान में और सबसे बड़ा इलाका पाकिस्तान में मौजूद है. लेकिन इतिहास में एक ऐसा भी समय था जह ये इलाका भारतीय साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था. मगुल बादशाह अकबर की फौज ने बलूचिस्तान को 1638 तक भारतीय मुगल साम्राज्य के नियंत्रण के ले लिया था.
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2 months ago |
dnaindia.com | Aditya Prakash
हम सब जानते हैं कि भागवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था. हिंदू धर्म में अयोध्या को एक पवित्र शहर माना जाता है. अयोध्या नगरी भारत के यूपी राज्या में सरयू नदी के किनारे स्थित है. वहीं दुनिया में एक और अयोध्या है, दूसरा अयोध्या भारत में नहीं बल्कि भारत के बाहर है. ये दूसरा अयोध्या थाईलैंड में मौजूद है. इसका स्थानीय नाम वहां पर अयुथ्या है. थाईलैंड के इस आयोध्या को साल 1350 में स्थापित किया गया था. उस जमाने में अयुथ्या बड़े सियामी साम्राज्य की राजधानी भी बनी थी. Click To More..
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2 months ago |
dnaindia.com | Aditya Prakash
शार्प माइंड वाले लोगों दुनियाभर में काफी तेज समझा जाता है, इसकी वजह ये होती है कि उनका दिमाग काफी तेज चलता है. शार्प माइंड वाले लोगों की पहचान वाली 5 आदतों के बारे में जानते हैं. 1) तेजी से फैसला लेना- ये लोग शीघ्र और असरदार तीरके से निर्णय लेते हैं. 2) वक्त का बेहतर प्रबंधन- ये लोग अपने वक्त का इस्तेमाल काफी बेहतर और व्यवस्थित तरीके से करते हैं. 3) सीखने की भूख- ये लोग हमेशा कुछ न कुछ नया सिखने की तालाश में लगे रहते हैं.
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