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1 week ago |
ndtv.in | Ashutosh Kumar Singh
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में पढ़ रहे 21 साल के भारतीय छात्र कृष लाल इस्सरदासानी ने ट्रंप सरकार के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई जीत ली है. ट्रंप सरकार अपनी डिपोर्टेशन पॉलिसी के साथ कृष लाल को अमेरिका से निकालकर वापस भारत भेजना चाहती थी लेकिन अब अमेरिका की एक फेडरल कोर्ट ने सरकार के ऐसे किसी प्रयास पर रोक लगा दी है. विस्कॉन्सिन-मैडिसन यूनिवर्सिटी के छात्र इस्सरदासानी का स्टूडेंट वीजा उनके ग्रेजुएट होने से कुछ हफ्ते पहले ही रद्द कर दिया गया था.
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1 week ago |
ndtv.in | Ashutosh Kumar Singh
अमेरिका और अल साल्वाडोर की सरकार ने अपनी पार्टनरशिप पर हो रही तमाम आलोचनाओं को खारिज कर दिया है. आजकल अमेरिका में जितनी बात चीन की हो रही है उतनी ही अल साल्वाडोर की भी हो रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर भेजने की अपनी रणनीति में अल साल्वाडोर को एक हथकंड़ा बना लिया है. खास तौर पर बात हो रही है अल साल्वाडोर की कुख्यात CECOT जेल की.
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1 week ago |
ndtv.in | Ashutosh Kumar Singh
वेन स्टेट यूनिवर्सिटी में 21 साल के ग्रेजुएशन स्टूडेंट चिन्मय अगस्त 2021 से वहां कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासन में अमेरिका के अंदर कई इंटरनेशनल स्टूडेंट्स पर डिपोर्टेशन का खतरा मंडरा रहा है. कईयों को वापस उनके देश भेज दिया गया है तो कईयों को निकालने की तैयारी चल रही है. इसमें भारत के स्टूडेंट भी शामिल हैं और इसमें नया नाम जुड़ा है चिन्मय देवरे का.
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1 week ago |
ndtv.in | Ashutosh Kumar Singh
टाइम मैगजीन की 2025 की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में कौन-कौन शामिल Time Magazine's 100 Most Influential People of 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर टेस्ला के CEO एलन मस्क तक, टाइम मैगजीन की 2025 की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में दुनिया भर के कुछ सबसे प्रमुख नाम शामिल हैं. हालांकि आश्चर्य की बात यह है कि इस साल टाइम मैगजीन की इस लिस्ट में एक भी भारतीय का नाम शामिल नहीं है. अबतक के ट्रेंड को देखकर यह हैरत में डालता है.
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1 week ago |
ndtv.in | Ashutosh Kumar Singh
लंदन में सुप्रीम कोर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लिए हुए महिला या वूमन कौन है? आपको हमारा यह सवाल या तो अटपटा लग रहा होगा या कोई पहेली. लेकिन ठीक इसी सवाल का जवाब ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट से पूछा गया था. ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार, 16 अप्रैल को फैसला सुनाया कि "महिला" की कानूनी परिभाषा जन्म के समय उस इंसान के लिंग (सेक्स) पर आधारित है. यानी जन्म के समय जिसका सेक्स गर्ल होगा, वही महिला या वूमन कहलाएगी.
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RT @akshaymarch7: Indian laws are so unfair to men in family fights. Prasanna’s case shows it clearly. Imagine the trauma he’s going thro…

RT @myprasanna: My name is Prasanna, who previously founded Rippling (worth $10B); I'm going through a divorce. I'm now on the run from the…

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