
Vivekanand singh
Articles
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Nov 22, 2024 |
pubs.rsc.org | Upendra Mishra |saurabh Srivastava |Atul kumar |Vivekanand singh
Bio-nano-engineered platform fabricated from cerium oxide-carbon nanoparticles stabilized with chitosan for label-free sensing of lung cancer biomarker We report a label-free cancer biosensor designed for carcinoembryonic antigen (CEA) detection using a nanohybrid comprising CeO2 nanoparticles, carbon nanoparticles (CNPs), and chitosan (Ch). CeO2 nanoparticles were prepared using a simple green synthesis process.
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Jun 26, 2024 |
prabhatkhabar.com | Vivekanand singh
Day Against Drug Abuse: एक बार नशे की लत लग जाये, तो इसे छुड़ाना काफी कठिन होता है. यह स्थिति काफी खतरनाक हो जाती है. नशे के कारण होने वाली परेशानियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिएनशे के आदी व्यक्ति की आदत को छुड़ाने के दौरान कई तरह की दवाइयों का भी प्रयोग करना पड़ता है. दरअसल नशे की आदत छोड़ते समय व्यक्ति को घबराहट, बेचैनी, नींद में कमी, दर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इन लक्षणों को कम करने के लिए ही दवाओं का प्रयोग किया जाता है.
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Jun 11, 2024 |
prabhatkhabar.com | Vivekanand singh
Millet Benefits: जब अनाज की बात होती है, तो सबकी जुबान पर बस दो ही नाम आता है, गेहूं और चावल. शहरों में रहने वाले लोग तो इसके अलावा शायद ही किसी और अनाज को अपने खाने में शामिल करते हैं, लेकिन इसके अलावा बाजरा, मक्का, ज्वार, रागी (मड़ुआ), सांवा, कोदो, कंगनी, कुटकी, जौ जैसे कई ऐसे मोटे अनाज हैं, जो सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद हैं. मोटे अनाज में फाइबर बहुत ज्यादा होता है, इसलिए यह पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है.
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May 28, 2024 |
prabhatkhabar.com | Vivekanand singh
Malnutrition In Children: बच्चों में कुपोषण की समस्या एक बड़ी चुनौती है. अगर आंकड़ों के लिहाज से देखें तो देश में 5 वर्ष से कम उम्र के करीब 3 करोड़ बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. वहीं साल 2012 में यह आंकड़ा 5.2 करोड़ के लगभग था. यानी पिछले कुछ सालों में कुपोषण काफी हद तक कम जरूर हुआ है, लेकिन अब भी एक बड़ा तबका ऐसा है, जो जरूरी पोषण से वंचित है.
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May 28, 2024 |
prabhatkhabar.com | Vivekanand singh
Calcium Rich Foods: जो लोग किसी भी वजह से दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, कई बार दूध पीने से गैस और अपच जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं. ऐसा लैक्टोज इनटॉलरेंस की समस्या होने की वजह से भी हो सकता है. ऐसे लोगों के शरीर में कैल्शियम की कमी होने का खतरा रहता है. इस स्थिति में कैल्शियम के डेली डोज को पूरा कर पाने की चुनौती होती है. कुछ सीड्स कैल्शियम से भरपूर होते हैं. अपने डायट में इन्हें किसी भी तरह से शामिल करके आप अपने शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं.
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