Lokmat News
Outlet metrics
Global
#182777
India
#13034
News and Media
#403
Articles
-
2 months ago |
lokmatnews.in | Amitabh Shrivastava
By Amitabh Shrivastava | Published: February 1, 2025 05:33 AMassembly elections 2024-25: नतीजों की असलियत से अनजान और उनकी गहन समीक्षा से बचकर चुनाव प्रक्रिया पर ही तरह-तरह के सवाल खड़े कर अपना कॉलर ऊंचा कर रहा है. Highlightsविपक्ष अभी तक चुनावी हार स्वीकार करने का मन नहीं बना पाया है.अपना गम छुपाने के लिए दूसरे की खुशी में कुछ कमी देख रहा है. पराजय के कारणों की समीक्षा और हार की जवाबदेही कोई तय नहीं कर रहा है.
-
Jan 24, 2025 |
lokmatnews.in | Amitabh Shrivastava
By Amitabh Shrivastava | Published: January 25, 2025 07:05 AMMaharashtra Grand Alliance Government: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दूसरे दलों के नेताओं को शामिल करने का कोई अवसर चूक नहीं रही है, यद्यपि अब उसके अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कहने लगे हैं कि भविष्य में नेताओं का आगमन सोच-समझ कर किया जाएगा.
-
Jan 10, 2025 |
lokmatnews.in | Amitabh Shrivastava
By Amitabh Shrivastava | Published: January 11, 2025 05:58 AMSantosh Deshmukh Murder Case: बीड़ जिले की केज तहसील के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की जब हत्या हुई तो शुरुआती दौर में उसे राजनीतिक दुश्मनी से जुड़ा माना गया. Highlightsमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गृह विभाग संभालते हैं, इसलिए एक तीर से कई निशाने लग रहे हैं.मनोज जरांगे को राज्य में नई सरकार बनने के बाद वापसी का अवसर मिला है. दलित नेताओं को मुख्यधारा में अपना नाम लाने की एक वजह मिली है.
-
Dec 6, 2024 |
lokmatnews.in | Amitabh Shrivastava
By Amitabh Shrivastava | Published: December 7, 2024 05:16 AMAssembly Elections: बीते चुनावों में महाराष्ट्र में विपक्षी एकता महाविकास आघाड़ी के नाम पर बनाई गई, जिसमें राष्ट्रीय गठबंधन के दलों को हिस्सेदारी दी गई. Highlightsभीतरघात को तो जगह मिली ही, समग्र परिणाम भी उलट गए.किसी के लिए चौंकाने वाला है तो किसी के लिए ऐतिहासिक स्थिति है. विपक्षी गठबंधन में पराजय की कोई समीक्षा नहीं हुई है.
-
Nov 24, 2024 |
lokmatnews.in | Amitabh Shrivastava
By Amitabh Shrivastava | Published: November 24, 2024 11:21 AMAssembly Elections 2024: मतदाताओं से रिश्ते निभाने पर आकर रुकने जा रहा है. बहन-भाई से आरंभ हुई बात सगे-सौतेले पर पहुंच कर थमी है. Highlightsएक तरफ जहां मत पाने के लिए रिश्ते अपने सुविधाजनक रंग में रंगे गए. राजनीतिज्ञों ने अपनी निजी रिश्तेदारी को कहीं निभाया.अब मतगणना में रिश्तेदारी की मजबूती जरूर दिखेगी.
Contact details
Try JournoFinder For Free
Search and contact over 1M+ journalist profiles, browse 100M+ articles, and unlock powerful PR tools.
Start Your 7-Day Free Trial →